Considerations To Know About sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
ओं ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
The daughter on the mountain that's entire in herself, who is additionally flying from the sky, assistance me more info acquire mastery above the chant on the Goddess of Devi Mahatmya/ Saptashati
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
इदं तु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.